Friday, August 26, 2016

एम्बुलेंस

108 नहीं ताँ
4 पैराँ दी एम्बुलेंस ही सही
शमशान दे आख़िरी अस्पताल तइँ,

दो मेरे मोडे ते
दो क़िस्मत दे सीने,

ऐ वतन
मेरे देशवासियाँ नूँ
कुज ना कहीं!

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