Monday, October 17, 2016

देखते देखते

देख
सुबह
क्या हो गई?

देखते ही देखते
दोपहर
फिर शाम हो गई!

होगी रात
तो कौन मानेगा
यही सवेर थी,
सुबह
किसे याद होगी
क्या रात थी!

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