मॉलिक्यूल मॉलिक्यूल का हिसाब देखा क़िस्मत की उंगलियों वाले ईश्वर के हाथों में,
हैरानगी से देखता हूँ वो चावल वो दाल के दाने जो पहुँचे हैं मेरी थाल में लंगर की पंक्ति में!
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