Monday, March 6, 2017

टिफ़न

चढ़ी दोपहर
स्कूल में
खोलते हैं जब
टिफ़न
बच्चे,
बंधा पाते हैं
फिर
सुकून की सुबह का
ताज़ा टुकड़ा,

माँ वालों
के नित में
सूरज कई बार है चढ़ता।

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