Sunday, April 2, 2017

पति

उप
कुल
पतियों
की सति प्रथा पर
हतप्रभ
क्षुब्ध है
आज के हर राममोहन की रूह,
एक महाराजा की ताजपोशी
के घटनाक्रम पर
शर्मसार है
लोकतन्त्र के मत का
हर राजा।

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