दस मिनट में वो शख़्स अपनी अनलिखी आत्मकथा के अंश सुना गया,
छोड़ गया मुझे लटकता कौतुहल की रस्सी से प्रश्नों के पेड़ पर उल्टा, मजबूर, करने को पूरी कथा वो उसकी कहानी से अपनी...
No comments:
Post a Comment