गृह युद्ध न जाने कितना और चले,
चलो बीच ही रुक करें अदा शुक्रिया उस का उस बात का समझाने हमें जतन वो नाकाम करे,
गृह युद्ध न जाने कितने और चलें, आओ बच्चो बिन वालदेहन इफ़्तार चलें।
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