Monday, November 20, 2017

घड़ा

इंसान...
ईश्वर का बनाया
वो घड़ा
जो
कुम्हार बन गया।

Saturday, November 11, 2017

पृथ्वीराज

सोचा था
सुकून से होंगे
पृथ्वीराज चौहान
इस इत्मिनान में
कि रह सकेंगे वो
दिल्ली में
हमेशा
अपने नाम की सड़क पर,
औरंगज़ेब की तरह
बेघर न होंगे,

मगर नहीं।

हैं वो
बेचैन
उस सोच से
जो बह सकती है
अन बीते इतिहास में
कभी फिर
उलट!

संशय

हाँ,
तू है
ऐसा
रोज़ कहता हूँ मैं,

हाँ,
फिर
संशय में
यतीम सा
रहता हूँ मैं!

Wednesday, November 8, 2017

ਕੱਤਕ

ਕਰਤਾਰ ਦੀ ਕੱਤਕ
ਕਰਤਾਰ ਦੀ ਵਸਾਖ,
ਨਿਮਾਣੇ ਦਾ ਪਿਆਰ
ਸਿਆਣੇ ਦੀ ਸਾਖ।